नेशनल स्टेडियम में भारतीय हॉकी टीम को जर्मनी के खिलाफ खेलते हुए देखने के लिए उत्साहित हैं। इस आयोजन में पूर्व हॉकी सितारों सहित कई गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने की उम्मीद है। भारतीय टीम 23 और 24 अक्टूबर को पेरिस ओलंपिक रजत पदक विजेताओं से भिड़ेगी। पेरिस ओलंपिक में हॉकी फाइनल में जर्मनी की टीम नीदरलैंड से हार गई थी और रजत पदक अपने नाम किया था। वहीं भारतीय टीम ने जर्मनी का सामना पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में किया था, जहां जर्मनी ने 3-2 से जीत दर्ज की थी। भारत ने ओलंपिक में तीसरे स्थान के मैच में स्पेन को हराकर कांस्य पदक जीता था। शनिवार को जारी एक बयान में हॉकी इंडिया ने बताया कि पद्मश्री हरबिंदर सिंह ने कहा कि 1972 में मैंने आखिरी बार दिल्ली में राष्ट्रीय टीम के लिए हॉकी खेली थी। मुझे याद है कि शिवाजी स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था और प्रशंसक हमारे लिए चीयर कर रहे थे। मेरा मानना ?? है कि भारतीय टीम और जर्मनी के लिए भी बहुत से प्रशंसक उत्साह दिखाने आएंगे। आखिरकार, वे एक दशक के बाद एक उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय मैच देखेंगे। वर्ष 1980 के मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता और दिल्ली में 1982 के एशियाई खेलों में रजत जीतने वाली टीम के कप्तान जफर इकबाल ने कहा कि हमारे माने में हॉकी के बहुत से प्रशंसक थे। नेहरू गोल्ड कप, एशियाई खेल और अन्य अंतरराष्ट्रीय मैच जैसे आयोजनों में बहुत सारे समर्थक आते थे और हम जिन विशाल स्टेडियमों में खेलते थे, उनमें हमेशा उत्साह देखने को मिलता था। उन्होंने कहा कि जर्मनी एक मजबूत टीम है, हमने टोक्यो ओलंपिक में उन्हें हराकर कांस्य पदक जीता और हाल ही में पेरिस में सेमीफाइनल में उनसे हार गए थे। मुझे यकीन है कि भारतीय दर्शक हमें उन पर जीत हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।