नई दिल्ली, (हि.स.) । रक्षा मंत्रालय ने इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम के लिए पोट्र्समाउथ में तीसरी संयुक्त कार्य समूह बैठक के दौरान ब्रिटेन के साथ एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता भारतीय नौसेना के जहाजों के लिए अत्याधुनिक तकनीक के सह- डिजाइन, सह-निर्माण और सह-उत्पादन को सक्षम बनाएगा, जिसमें पूर्ण इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम के साथ नियोजित लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक्स शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय के अनुसार भारत और ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालयों के बीच भारतीय नौसेना के लिए इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम के डिजाइन और विकास पर सहयोग से जुड़े एक आशय पत्र (एसओआई) पर 28 नवंबर को पोट्र्समाउथ में हस्ताक्षर किए गए हैं। आशय पत्र पर भारत की ओर से संयुक्त सचिव ( नौसेना प्रणाली) राजीव प्रकाश और ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के जहाज संचालन एवं क्षमता एकीकरण निदेशक रियर एडमिरल स्टीव मैकार्थी ने हस्ताक्षर किये। यह एसओआई इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन क्षमता साझेदारी की तीसरी संयुक्त कार्य समूह बैठक का हिस्सा हैं। यह समझौता उन्नत प्रौद्योगिकियों के स्वदेशी विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है। मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि यह आशय पत्र भविष्य में नौसेना के स्वदेशी नवाचार और गहन रक्षा सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा। इस आशय पत्र के माध्यम से भविष्य में नौसैनिक जहाजों के लिए इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन क्षमता के सह- डिजाइन, सह-निर्माण और सह- उत्पादन में सहयोग के लिए एक व्यापक रूपरेखा के तौर पर कार्य किया जाएगा। इसके जरिये भारतीय शिपयार्ड में निर्मित होने वाले लैंडिंग प्लेटफार्म डॉक्स में पूर्ण इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम लगाने की परिकल्पना की गई है।