प्रयागराज (हिंस) । फूलपुर विधानसभा के उप चुनाव में तमाम अटकलों के बीच बुधवार को समाजवादी पार्टी के घोषित उम्मीदवार मुज्तबा सिद्दीकी ने अपना नामांकन जिला कचहरी में किया। उन्होंने दो सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान सपा नेताओं की पुलिस से झड़प और धक्कामुक्की भी हुई। इस मौके पर पत्रकारों से सपा प्रत्याशी मुज्तबा सिद्दीकी ने कहा कि बहुत लंबे अरसे से फूलपुर क्षेत्र में विकास कार्य नहीं कराए गए हैं, जो फूलपुर की जनता के लिए घोर संकट बनी हुई हैं। भाजपा शासन में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, आरक्षण, महिलाओं, अल्पसंख्यकों सहित पीडीए पर हो रहे लगातार हमले, पेपर लीक जैसे तमाम मुद्दे हैं, जिनसे प्रदेश की जनता निजात पाना चाहती है । वह स्वयं फूलपुर के ही निवासी हैं इसलिए लोंगो का भरोसा बढ़ा है। सपा प्रत्याशी ने कहा कि वह इंडी गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी हैं और समाज के सभी वर्गों के अपार समर्थन से ऐतिहासिक जीत हासिल करेंगे। मुज्तबा सिद्दीकी ने आज दो सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। सराय गनी निवासी मो. वारिस एवं बरियारी निवासी इम्तियाज अहमद को प्रस्तावक बनाया गया है। इस दौरान पूर्व मंत्री एवं चुनाव प्रभारी इंद्रजीत सरोज, जिलाध्यक्ष गंगापार अनिल यादव, यमुनापार पप्पूलाल निषाद, महानगर अध्यक्ष सैयद इफ्तेखार हुसैन, एमएलसी डॉ मानसिंह यादव, विधायकगण श्रीमती विजमा यादव, हाकिम लाल बिन्द, संदीप पटेल, गीता शास्त्री, पूर्व मंत्री अंसार अहमद सहित पूर्व कलेक्ट्रेट में नामांकन करने पहुंचे सपा नेता जबरन इंट्री कर रहे थे। पुलिस ने रोका तो सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। पुलिस कर्मियों से सपा नेताओं की कहा कि सुनी हो गई और धक्का-मुक्की भी हुई। इस बीच सपा नेताओं ने पुलिस कर्मियों को औकात में रहने की हिदायत दी। इसके बाद पुलिस ने सभी को खींचकर बाहर कर दिया, जबकि, नियमतः नामांकन के समय उम्मीदवार के साथ चार प्रस्तावक ही जा सकते हैं। सपा नेता अमरनाथ मौर्य ने कहा कि ये पुलिस वाले भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं। बता दें कि, फूलपुर सीट कांग्रेस के खाते में जाने की चर्चा थी। लेकिन कांग्रेस कमजोर दिखाई दी। सपा अध्यक्ष ने अपना उम्मीदवार बिना वार्ता के घोषित कर दिया। जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी व्याप्त है। सूत्रों की मानी जाए तो अभी मुज्तबा सिद्दीकी का नामांकन वापस कराकर कांग्रेस अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी।