दस वर्षों से टूटे पुल के निर्माण की बाट जोह रहे ग्रामीण

पूर्वी चंपारण (हिंस)। जिले के सुगौली प्रखंड के दक्षिणी मनसिंघा पंचायत के मुसवा भेडियारी गांव और हाता बक्सा गांव के बीच बहने वाली पईन पर बने पुल पिछले दस वर्षों से अधिक से समय से ध्वस्त है। जिसके कारण दोनों गांवों किसानों को खेती और आवाजाही के साथ ही बच्चो को स्कूल जाने में भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि पुल निर्माण के लिए कई बार विधायक, मंत्री और अधिकारियों को कहा गया पर सबने अनसुनी कर दी। जिस कारण सालो भर इस पार से उस पार जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है। उल्लेखनीय है, कि इस पुल का निर्माण पूर्व मंत्री रामचंद्र सहनी के द्वारा वर्ष 2009 में कराई गई थी। लेकिन महज दो से तीन वर्षों बाद सिकरहना नदी के बाढ़ के कारण पुल ध्वस्त हो गया। साथ ही अप्रोच रोड भी टूट गया। इतना ही नही पुल की समस्या से परेशान मुसवा भेड़िहारी गांव के दर्जनों लोगों ने पलायन कर दूसरी जगह घर बना लिए है। लोगो ने बताया कि सबसे परेशानी तब होती है, जब रात अचानक किसी की तबीयत खराब होती है, तब काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोगो ने बताया कि इस पइन होकर सालो भर पानी बहता रहता है । अगर उस पार कोई किसान खेती करने गया है तो उसके लिए भोजन और पानी ले जाने में भी लोगों को सोचना पड़ता है। अगर पुल के पास नाव नहीं रहे तो जान पर खेल कर जाना पड़ता है। पूर्व सरपंच अंगद चौरसिया ने बताया कि पुल उस पार किसानों का खेत है। किसानों को खेती करने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी फसल कटनी के समय होती है। फसल काट लेने के बाद लाने के लिए किसानों को कई दिन लग जाते हैं। साथ ही बच्चों को स्कूल जाने में भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है। इन गांवो के लोगो की जिंदगी बरसात में बेहाल हो जाती है। ग्रामीणों ने बताया पुल को लेकर स्थानीय विधायक ई शशि भूषण सिंह को अवगत कराया गया। उन्होंने छः महीने में पुल निर्माण कराने की बात कही तब से कई साल बीत गए। लेकिन हालात जस की तस बनी हुई है। लोग पुल निर्माण की बाट ही जोह रहे है।

दस वर्षों से टूटे पुल के निर्माण की बाट जोह रहे ग्रामीण
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