नई दिल्ली। साहित्य के क्षेत्र में 2024 के नोबेल पुरस्कार का एलान कर दिया गया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के मुताबिक, इस साल यह सम्मान दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को दिया गया। उन्हें उनके गहन काव्यात्मक गद्य के लिए इस सम्मान से नवाजा गया । यह गद्य ऐतिहासिक आघातों और मानव जीवन की नाजुकता को उजागर करता है। बता दें कि बीते दिन रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार का एलान किया गया था। इस साल यह सम्मान तीन लोगों को दिया गया। इस अवॉर्ड का आधा हिस्सा डेविड बेकर को कम्प्यूटेशनल प्रोटीन डिजाइन के लिए दिया गया। इसके अलावा इसे संयुक्त रूप से डेमस हसाबिस और जॉन एम. जम्पर को प्रोटीन संरचना भविष्यवाणी के लिए दिया गया। इससे पहले मंगलवार को भौतिकी क्षेत्र के लिए अवॉर्ड का एलान किया गया था। जॉन जे. हॉपफील्ड और जेफ्री ई. हिंटन को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार देने का फैसला किया गया था । इन्हें कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क के साथ मशीन लर्निंग को सक्षम करने वाली मूलभूत खोजों और आविष्कारों के लिए यह पुरस्कार देने का फैसला किया गया था। वहीं, सोमवार को फिजियोलॉजी या मेडिसिन क्षेत्र के लिए इस सम्मान के विजेताओं के नाम का एलान किया गया था। इस साल अमेरिका के विक्टर एंब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया। दोनों को माइक्रो आरएनए की खोज के लिए यह सम्मान दिया गया। 2023 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार नॉर्वे के लेखक जॉन फॉसे को दिया गया था। उन्हें उनके अभिनव नाटकों और गद्य के लिए इस सम्मान से नवाजा गया था, जो अनकही की आवाज बनते हैं। फॉस ने अपने पहला उपन्यास रेड एंड ब्लैक में आत्महत्या जैसे संवेदनशील मुद्दे पर लिखा था। फॉसे साहित्य का नोबेल पुरस्कार पाने वाले चौथे नॉर्वेजियन लेखक थे । ब्योर्नस्टजर्न ब्योर्नसन को 1903 में, नट हैम्सन को 1920 में और सिग्रिड अनडसेट को 1928 में यह पुरस्कार दिया गया था । साहित्य के क्षेत्र में अब तक 121 लोगों को नोबेल मिला है। इसमें केवल 18 महिलाएं हैं। रबींद्रनाथ टैगोर अकेले भारतीय हैं, जो साहित्य के नोबेल से सम्मानित हुए हैं। उन्हें यह पुरस्कार 1913 में मिला था। 2022 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार फ्रेंच लेखिका एनी अर्नो को दिया गया था। एनी का जन्म एक सितंबर 1940 को हुआ था। वे एक फ्रांसीसी लेखक और साहित्य की प्रोफेसर हैं। उनका साहित्यिक कार्य ज्यादातर आत्मकथात्मक, समाजशास्त्र पर आधारित होता है। नोबेल समिति ने कहा था कि अर्नो (82) को यह सम्मान साहस और लाक्षणिक तीक्ष्णता के साथ व्यक्तिगत स्मृति के अंतस, व्यवस्थाओं और सामूहिक बाधाओं को उजागर करने वाली उनकी लेखनी के लिए दिया गया। चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के साथ ही नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की शुरूआत हो गई थी। इसका एलान सात अक्तूबर यानी सोमवार को किया गया था। इसके बाद आठ अक्तूबर यानी मंगलवार को भौतिकी के नोबेल का एलान किया गया। इसके बाद बुधवार को रसायन विज्ञान के नोबेल का एलान किया गया। अब गुरुवार को साहित्य के क्षेत्र में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता के नाम की घोषणा गई । इसके अलावा नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में इस पुरस्कार के विजेता की घोषणा 14 अक्तूबर को की जाएगी । पुरस्कारों में 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर यानी एक मिलियन अमेरिकी डॉलर या दस लाख डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाता है। धनराशि अवॉर्ड के संस्थापक और स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की छोड़ी हुई वसीयत से आती है। 1896 में उनका निधन हो गया था। नोबेल पुरस्कार अधिकतम तीन विजेताओं को दिया जा सकता है। उन्हें पुरस्कार राशि साझा करनी होती है।