तमिलनाडु विधानसभा में कर्नाटक सरकार को कावेरी का पानी छोड़ने का प्रस्ताव पारित
नई दिल्ली, (हि.स.) । तमिलनाडु विधानसभा ने सोमवार को कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण के आदेशों के अनुसार कर्नाटक सरकार को क- वेरी जल छोड़ने का निर्देश देने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया । तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विधानसभा में कहा कि कावेरी डेल्टा के किसानों की आजी- विका की रक्षा के लिए कावेरी का पानी का आवश्यक है । कावेरी डेल्टा का क्षेत्र तमिलनाडु की कृषि का आधार है। एमके स्टालिन ने इस प्रस्ताव के माध्यम से केन्द्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और "कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण" के निर्देश के अनुसार कर्नाटक सरकार को तमिलनाडु के लिए पानी छोड़ने का निर्देश देने का आग्रह किया है। क्या है कावेरी जल विवाद का इतिहास - कावेरी नदी के जल के बंटवारे को लेकर तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच गम्भीर विवाद है। इस विवाद की जड़ें भूतपूर्व मद्रास प्रेसिडेन्सी तथा मैसूर राज्य के बीच 1892 एवं 1924 में हुए दो समझौते हैं । कावेरी नदी के पानी का बंटवारा तमिलनाडु और कर्नाटक के दो राज्यों के बीच एक गंभीर संघर्ष का स्रोत रहा है। इस संघर्ष की उत्पत्ति 1892 और 1924 में मद्रास प्रेसीडेंसी और किंगडम ऑफ मैसूर के बीच दो समझौतों पर टिकी हुई है। 802 किलोमीटर (498 मील) कावेरी नदी में तमिलनाडु में 44,000 किमी 2 बेसिन क्षेत्र और कर्नाटक में 32,000 किमी. 2 बेसिन क्षेत्र हैं। कर्नाटक का प्रवाह 425 टीएमसी एफटी है जबकि तमिलनाडु का 252 टीएमसी एफटी है।
भाजपा सरकार की सफलताओं से तिलमिला गई है कांग्रेस केन्द्रीय मंत्री यादव ने कहा कि भाजपा सामाजिक समरसता और सामाजिक न्याय के सिद्धांत पर विश्वास रखती है । वह समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने पर विश्वास करती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बीते 9 सालों में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के लिए काम किया है। समाज के सभी वर्ग आज जिस तरह से आगे बढ़ रहे हैं, विकास कर रहे हैं, उसे देखकर कांग्रेस तिलमिला गई है । यही कांग्रेस जो पहले कहा करती थी कि हमारे 100 रुपये में से 85 रुपये दलालों की जेब में चले जाते हैं, वो आज यह देखकर घबरा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी के शासन में आधार, मोबाइल और जनधन की बदौलत पूरे 100 रुपये गरीबों के पास पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश का ओबीसी समाज यह जानता है कि प्रधानमंत्री सबके हैं और सबके साथ न्याय करते हैं। आज पूरे विश्व में भारत बुलंदियों को छू रहा है, तो इस बात पर हमारे ओबीसी समाज को सबसे ज्यादा गर्व है । इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि राहुल गांधी झूठ की राजनीति बंद करिए, झूठे सपने देखना बंद करिए और देश की हकीकत को पहचानिए । आज ओबीसी समाज भाजपा के साथ खड़ा है और भाजपा ओबीसी समाज को आगे बढ़ाने के लिए जो प्रयास कर रही है, जिस तरह से न्याय दिला रही है, उसे भी देश का ओबीसी समाज देख रहा है। आने वाले पांच राज्यों के चुनाव में जनता और ओबीसी समाज का समर्थन भाजपा को मिलेगा और जनता के इस समर्थन से कांग्रेस की झूठ की दुकान और झूठ के पकवान कड़वे साबित होंगे।