वाशिंगटन। भारत और अमेरिका के बीच सामरिक और राजनितिक एकीकरण की महत्वपूर्ण घटना हुई है जो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के बाद हुई है। यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों के नतीजे के बाद अमेरिका चीन के दबाव को कम करने के लिए भारत के साथ समर्थन की ओर ध्यान देने के लिए कोशिश कर रहा है। अमेरिका में हाल ही में पुनरावृत्ति संपन्न हुई और जो उम्मीदवार राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया है, उन्होंने चीन के साथ व्यापारिक रिश्तों में शुल्कों में कमी करने का सुझाव दिया था। अघी ने कहा कि ट्रम्प की जीत ने भारत-चीन संबंधों पर भी सकारात्मक प्रभाव डाला है। इस संबंध में अमेरिकी कांग्रेस की एक समिति ने भी चीन के साथ अधिक सख्ती बनाने की सिफारिश की है। चीन के साथ सामान्य व्यापारिक रिश्तों को समाप्त करने की मांग की गई है। इससे पहले भारत ने पिछले महीने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा के मामले में समझौता किया और सैन्य गतिरोध को समाप्त करने का आह्वान किया था ।