वाशिंगटन। अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का शपथ समारोह 20 जनवरी को होना है। इसके लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को औपचारिक निमंत्रण भेजा है। हालांकि, ट्रंप के चीन को लेकर कड़े रुख और लगातार विवादित बयानबाजी के बीच इस निमंत्रण ने सभी को चौंका दिया है। चीनी सरकार ने अभी तक इस निमंत्रण को स्वीकार या अस्वीकार करने पर कोई स्पष्ट रुख नहीं दिखाया है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध और तकनीकी विवादों ने हाल के वर्षों में दोनों देशों के संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया है। ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही चीन पर नए टैरिफ लागू करने की चेतावनी दी थी। वहीं, शी जिनपिंग ने भी कड़े शब्दों में जवाब देते हुए कहा कि ऐसे कदम दोनों देशों के साथ- साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाएंगे। हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक, शी जिनपिंग ने इस निमंत्रण को विनम्रतापूर्वक अस्वीकार कर दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने इस पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि इस फैसले के पीछे रणनीतिक कारण हो सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप का चीन के प्रति रुख हमेशा अस्थिर रहा है। उन्होंने एक ओर शी जिनपिंग को शानदार व्यक्ति करार दिया, तो दूसरी ओर उन्हें दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। ट्रंप ने कहा था, वह 1.4 अरब लोगों को लोहे की मुट्ठी से नियंत्रित करते हैं। यह चाहे आपको पसंद हो या न हो, लेकिन यह एक असाधारण गुण है। हालांकि, दूसरे अवसरों पर उन्होंने चीन को इस सदी का सबसे बड़ा खतरा कहा ।