खुश होने पर हंसी अपने आप ही हमारे चेहरे पर दस्तक देती है। कभी- कभी यह हंसी आउट ऑफ कंट्रोल हो जाती है और हंसते समय दांत बाहर आ जाते हैं लेकिन उस समय बहुत बुरा लगता है जब हमारे टेढ़े-मेढ़े दांतों पर सबकी नजर पड़ती है। टेढ़े-मेढ़े दांत पर्सनैलिटी पर काफी नेगटिव इम्पैक्ट डालती है। फीचर कितने भी शार्प क्यों न हो खराब और टेढ़े दांत सब पर पानी फेर देते हैं। इसके अलावा टेढ़े दांतों की वजह से बोल-चाल के कुछ शब्दों, जिसका उच्चारण करते समय हमें दातों का सहारा लेना पड़ता है, में रूकावट आती है। वहीं ऐसे दांतों को साफ करने में भी परेशानी होती हैं क्योंकि ब्रश ठीक ढंग से एडजैस्ट नहीं हो पाता। जाहिर सी बात है कि अगर दांतों पर ढंग से ब्रश नहीं होगा तो गंदगी जमा होगी जो बाद में दांतों के खराब होने का कारण बनती है। इसलिए टेढ़े-मेढ़े दांतो से छुटकारा पाना बहुत जरूरी है।