- मैसूर के शासक थे टीपू सुल्तान नई दिल्ली (ईएमएस)। मैसूर के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की रत्न जड़ित और मीनाकारी वाली एक तलवार लगभग 1.9 करोड़ रुपये में नीलाम हुई है। यह निलामी ब्रिटेन के क्रिस्टी नीलाम घर में हुई। बताया जाता है कि यह तलवार मैसूर के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान के निजी शस्त्रागार से थी। आर्ट ऑफ द इस्लामिक एंड इंडियन वर्ल्ड बिक्री में नीलामी के लिए टीपू सुल्तान की एक अन्य तलवार भी थी, लेकिन इस् क लिए 1,500,000- 2,000,000 ब्रिटिश पाउंड की मांगी गई कीमत के भीतर बोली नहीं लग पायी और यह बिना बिकी रह गईं। हालांकि, खरीदारों के नाम गोपनीय रखे गए। । ये तलवारें चार्ल्स, प्रथम मार्क्वेस और द्वितीय अर्ल कॉर्नवालिस के संग्रह से थीं, जो 1799 में टीपू सुल्तान की मृत्यु के बाद भारत में ब्रिटिश प्राधिकार को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। तलवारों की नीलामी से प्राप्त आय का इस्तेमाल दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड के कॉर्नवाल में परिवार के पोर्ट एलियट एस्टेट की मरम्मत में किया जाएगा। टीपू सुल्तान के प्रसिद्ध बाघ प्रतीक वाली एक तीसरी तलवार भी नहीं बिक पायी क्योंकि नीलामी में उसे 60,000 और 80,000 ब्रिटिश पाउंड के बीच निर्धारित मूल्य प्राप्त नहीं हो सका । पोर्ट एलियट एस्टेट के एक प्रवक्ता ने कहा, ये तलवारें पहले टीपू सुल्तान की थीं और 18वीं शताब्दी के अंत में चार्ल्स, प्रथम मार्क्वेस कॉर्नवालिस और द्वितीय अर्ल कॉर्नवालिस केजी पीसी (1738 - 1805) को भेंट किए जाने के बाद से एलियट परिवार के पास थीं।