टाटा टेक का शेयर 140 प्रतिशत ऊपर 1200 रुपए पर लिस्ट
इसका इश्यू प्राइस 500 रुपए था, गांधार ऑयल के शेयर ने भी दिया 76 प्रतिशत मुनाफा
मुंबई ।
टाटा टेक्नोलॉजीज और गांधार ऑयल के शेयरों की स्टॉक एक्सचेंज पर बंपर लिस्टिंग हुई। टाटा टेक 500 रुपए के इश्यू प्राइस के मुकाबले 140 प्रतिशत ऊपर 1200 रुपए पर और गांधार ऑयल 169 रुपए के इश्यू प्राइस के मुकाबले 76 प्रतिशत ऊपर 298 रुपए पर लिस्ट हुआ। टाटा का आईपीओ 70 गुना और गांधार 64 गुना सब्सक्राइब हुआ था ।
टाटा टेक: 3042 करोड़ रुपए का आईपीओ, 1.56 लाख करोड़ रुपए की बोलियां मिली थीं- 22 नवंबर को खुले 3042 करोड़ रुपए के टाटा टेक के आईपीओ के लिए 1.56 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की बोलियां मिली थीं। टाटा टेक, ऑटोमोबाइल दिग्गज टाटा मोटर्स की सब्सिडियरी है। टाटा ग्रुप करीब 19 साल बाद कोई आईपीओ लेकर आया है। इससे पहले साल 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का आईपीओ आया था ।
टाटा टेक्नोलॉजीज 1994 में बनी थी - 1994 में स्थापित, टाटा टेक्नोलॉजीज ग्लोबल इंजीनियरिंग सर्विसेज कंपनी है। ये ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स और उनके टियर सप्लायर्स को टर्नकी सॉल्यूशन सहित प्रोडक्ट डेवलपमेंट और डिजिटल सॉल्यूशन देती है। कंपनी मुख्य रूप से ऑटोमोटिव इंडस्ट्री पर फोकस्ड है और वर्तमान में टॉप 10 ऑटोमोटिव स्पेंडर्स करने वालों में से सात के साथ जुड़ी हुई है। टॉप 10 न्यू एनर्जी स्पेंडर्स में से भी पांच के साथ टाटा टेक्नोलॉजी जुड़ी हुई है ।
कंपनी दो तरह के बिजनेस से पैसा कमाती है:
1. सर्विसेजः कंपनी ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग क्लाइंट को बेहतर उत्पाद तैयार करने, डिजाइन, विकसित करने और वितरित करने में मदद करने के लिए आउटसोर्स इंजीनियरिंग सर्विसेज और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सर्विसेज प्रदान करती है। सर्विस लाइन से 3,531 करोड़ रुपए का रेवेन्यू कंपनी को मिला। वहीं इससे 1,986 करोड़ रुपए का रेवेन्यू आया ।
2. टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन्स: अपने प्रोडक्ट बिजनेस के जरिए कंपनी प्रोडक्ट लाइफसाइकिल मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर जैसे थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन बेचती है। इसके अलावा कंसल्टिंग, इम्प्लिमेंटेशन, सिस्टम इंट्रीग्रेशन और सपोर्ट जैसी वैल्यू ऐडेड सर्विसेज भी प्रदान करती है । अपने एजुकेशन बिजनेस में, यह अपने प्लेटफॉर्म के माध्यम से लेटेस्ट इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजीज में ट्रेनिंग देती है। यह पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर दोनों एम्प्लॉइज को अपस्किल और रीस्किल करती है। टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन सेगमेंट से कंपनी को 883 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला। वहीं इससे 540.3 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला है।
गांधार ऑयलः 500 करोड़ रुपए का आईपीओ 23,000 करोड़ रुपए की बोलियां मिली थीं - आईपीओ 22 नवंबर से 24 नवंबर तक खुला था । ये इश्यू 64.07 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसे 23,000 करोड़ रुपए की बोलियां मिली थीं। आईपीओ का प्राइस बैंड 160 से 169 था। 500.69 करोड़ रुपए जुटाने के लिए कंपनी ये आईपीओ लाई थी। 1992 में बनी गांधार व्हाइट ऑयल बनाती है, जो कंज्यूमर और हेल्थकेयर इंडस्ट्री में काम आता है।
आईपीओ में निवेश बढ़
शेयर बाजार में लोगों की रुचि बढ़ रही : नवंबर 2023 में, सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड ने 10 करोड़ डीमैट अकाउंट का आंकड़ा पार कर लिया था। यह भारत के शेयर बाजार में निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है।
आईपीओ में मिल रहा शानदार रिटर्न: आईपीओ के लिए 2023 अच्छा रहा है। इस साल 43 मेनबोर्ड आईपीओ आ चुके हैं। ज्यादातर ने पॉजिटिव रिटर्न दिया है। साएंट और उत्कर्ष बैंक जैसी कंपनियों की लिस्टिंग करीब 50 प्रतिशत ऊपर हुई थी।
एक साथ 6 आईपीओ ओपन हुए: पिछले हफ्ते एक साथ 6 आईपीओ आए। ग्रे मार्केट प्राइस के आधार पर सभी आईपीओ की अच्छी लिस्टिंग का अनुमान है। इसलिए लोगों ने सभी आईपीओ में दिलचस्पी दिखाई और सब्सक्राइब किया। टाटा में लिस्टिंग पर 80 प्रतिशत मुनाफे का अनुमान है।
आईपीओ क्या होता है- जब कोई कंपनी पहली बार पब्लिक को अपने शेयर ऑफर करती है तो इसे आईपीओ, यानी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग कहा जाता है । जब कंपनियों को अपने बिजनेस के लिए फंड की जरूरत होती है तो ये हिस्सेदारी बेचकर खुद को स्टॉक मार्केट में लिस्ट करवाती हैं।