आपको जानकर हैरानी होगी कि नियमित रूप से कुछ खास योगासन करने से आप कब्ज से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। जी हां, आपके डेली रूटीन को अस्त-व्यस्त करने वाली यह समस्या योग के द्वारा आसानी से ठीक की जा सकती है। इस आर्टिकल में बताए गए 3 योगासन न सिर्फ कब्ज दूर करने में लाभकारी हैं बल्कि पेट की अन्य समस्याओं जैसे गैस, अपच और सूजन से छुटकारा दिलाने में भी काफी असरदार हैं। आइए जानें। कभी आपने ध्यान दिया है कि हमारी दादी-नानी घुटनों के बल बैठकर काम करती थीं? दरअसल, वो मलासन ही कर रही थीं! बता दें, ये एक बहुत ही आसान योगासन है जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है । इस आसन को करने के लिए आपको बस अपने पैरों को फर्श पर सपाट रखना है, घुटनों को चौड़ा करना है और हाथों को प्रार्थना मुद्रा में जोड़कर अपने घुटनों के बीच रखना है। मलासन न सिर्फ कब्ज से बचाता है बल्कि आपके कूल्हों को खोलता है, पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और मल त्याग को आसान बनाता है। नियमित रूप से मलासन करने से आपकी पेट और पेल्विस की मांसपेशियां मजबूत होंगी, जोड़ों का दर्द कम होगा और आप आसानी से बैठ सकेंगे । धनुरासन : शरीर को लचीला बनाने और कब्ज को दूर करने के लिए धनुरासन भी बेहद फायदेमंद होता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आपको पेट के बल लेटकर अपने घुटनों को मोड़ना होगा, फिर अपने हाथों से अपने टखनों को पकड़कर अपनी छाती और जांघों को फर्श से ऊपर उठाएं । यह आसन पेट की मांसपेशियों को खींचता है, पाचन अंगों की मालिश करता है और कब्ज से राहत दिलाता है। इसके अलावा, धनुरासन पेट, पैरों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और तनाव को कम करता है। भुजंगासन : भुजंगासन या कोबरा मुद्रा भी कब्ज दूर करने में काफी मददगार होता है । इस आसन में शरीर को किसी भी तरह से ट्विस्ट करने की जरूरत नहीं होती, जिससे यह बिगनर लोगों के लिए भी आसान हो जाता है । भुजंगासन न केवल कब्ज की समस्या को दूर करता है, बल्कि गैस, पेट की सूजन और अपच जैसी अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को भी कम करने में मदद करता है। यह आसन पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। फर्श पर पेट के बल लेटकर, अपनी हथेलियों को कंधों के नीचे रखकर और श्रोणि (पेट और जांघों के बीच का हिस्सा) को जमीन पर रखते हुए आप आसानी से इस आसन को कर सकते हैं । इस आसान को नियमित करने से आप कब्ज की समस्या से काफी हद तक निजात पा सकते हैं।