गाजा इजरायली बमबारी के परिणामस्वरूप हाल ही में गाजा पट्टी में कम से कम 17 फिलिस्तीनी लोगों की मौत हो गई है। गाजा शहर दक्षिण-पूर्व में स्थित अल- जातून में एक घर पर इजरायली एयर स्ट्राइक में तीन बच्चों समेत सात फिलिस्तीनियों की मौत हो गई थी। एक रिपोर्ट के अनुसार, गाजा पट्टी के खान यूनिस में तीन घरों पर बमबारी की गई, जिसमें नौ लोगों की मौत हुई, सहित बच्चों को भी शामिल किया गया था । इसके अलावा, गाजा के नुसेरात शिविर में एक अपार्टमेंट पर बम गिराया गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। रिपोर्ट के अनुसार, वहीं गाजा पट्टी के खान यूनिस में तीन घरों पर बमबारी की गई जिसमें बच्चों सहित नौ लोग मारे गए जबकि गाजा के नुसेरात शिविर में एक अपार्टमेंट पर बम गिराए गए जिसमें एक शख्स की मौत हो गई। 7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों गुरुवार को एक बयान में कहा कि गाजा पट्टी में जारी इजरायली हमलों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 44,056 हो गई है। हाल ही में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी के प्रमुख जनरल फिलिप लाजारिनी ने कहा कि गाजा बच्चों के लिए कब्रिस्तान बन गया है। उन्होंने विश्व बाल दिवस (जो हर साल 20 नवंबर को मनाया जाता है) के अवसर पर एक बयान में कहा, वे (बच्चे) मारे जा रहे हैं, घायल हो रहे हैं, पलायन करने को मजबूर हैं, सुरक्षा, शिक्षा और खेल से वंचित हो रहे हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक लाजारिनी ने कहा, उनका बचपन छीन लिया गया है, और वे एक खोई हुई पीढ़ी बनने के कगार पर हैं, क्योंकि उन्होंने एक और स्कूल वर्ष खो दिया है। नियर ईस्ट में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए यूएन रिलीफ एंड वर्कस एजेंसी के चीफ ने कहा कि वेस्ट बैंक के बच्चे भी लगातार डर और चिंता के साय में जी रहे हैं।