काठमांडू में प्रदर्शन के दौरान कई स्थानों पर झड़प, पुलिस का लाठीचार्ज
काठमांडू (हि.स.)। राजधानी काठमांडू में एक तरफ राजसंस्था समर्थकों और दूसरी तरफ राजसंस्था विरोधी लोगों के प्रदर्शन के कारण कई स्थानों पर तीखी झड़पें हुई हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज के अलावा आंसू गैस और हवाई फायरिंग करनी पड़ी है। फिलहाल 12 से अधिक प्रदर्शनकारियों के घायल होने की जानकारी प्राप्त हुई है। राजसंस्था पुनर्बहाली की मांग को लेकर राजधानी काठमांडू में जारी शक्ति प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस घेराबन्दी को तोड़ कर बाहर निकलने का प्रयास कर रहे लोगों की पुलिस के साथ झड़प हुई है । काठमांडू के बल्खु में ही प्रदर्शनकारियों को सीमित रखने के प्रशासन के फैसले के खिलाफ जब प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने पहले वॉटर कैनन का प्रयोग भीड़ को रोकने का प्रयास किया। इस पर प्रदर्शनकारी उत्तेजित हो गए और उन्होंने पुलिस पर पथराव किया, जिससे स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई । नेपाल पुलिस के प्रवक्ता डीआईजी कुबेर कडायत ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए पुलिस को कुछ राउंड हवाई फायर और आंसू गैस के गोले का प्रयोग करना पड़ा। पुलिस प्रवक्ता ने यह भी बताया कि कुछ पुलिस वाले भी पथराव में घायल हुए हैं। राजसंस्था पुनर्बहाली के अभियान का नेतृत्व कर रहे दुर्गा प्रसाई ने कहा कि उनके 12 से अधिक समर्थकों को पुलिस लाठी चार्ज में गंभीर चोटें आई है। इससे पहले राजसंस्था पुनर्बहाली का समर्थन कर रहे लोगों ने उनके विरोध में प्रदर्शन कर रहे कम्युनिस्ट पार्टी के युवा संगठन के एक समूह पर उस समय पथराव शुरू कर दिया, जब वो अपने प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे। युवा संघ के नेता महेश बस्नेत ने आरोप लगाया कि पहले हमारे कार्यकर्ताओं पर अचानक पथराव किया गया। उसके बाद उत्तेजित कार्यकर्ताओं ने भी जवाबी पथराव किया। दोनों तरफ से झड़प होने पर स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पडा । पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि लाठीचार्ज से स्थिति नहीं संभल रही थी। नतीजतन, भीड़ को तितर बितर करने के लिए एक दर्जन राउंड आंसू गैस के गोले दागने पड़े और करीब 18 राउंड हवाई फायर भी करना पड़ा । समाचार लिखे जाने तक काठमांडू के बल्खु, कालीमाटी, तिनकुने और कोटेश्वर सहित कई अन्य स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच रुक रुक कर झड़प होने की सूचनाएं मिल रही हैं।