भारत की टॉप इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने इस साल सितंबर में सबसे कम बिक्री की है जिससे बाजार में इसका दबदबा कमजोर पड़ गया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साफ्टबैंक समर्थित कंपनी ओला इलेक्ट्रिक को छोटी प्रतिस्पर्धी कंपनियों और सर्विस नेटवर्क की चुनौतियों के कारण गिरावट का सामना करना पड़ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ओला इलेक्ट्रिक ने । करीब दो महीने पहले शेयर बाजार में कदम रखा था। कंपनी ने सितंबर 2024 में 23,965 वाहन बेचे । यह लगातार दूसरे महीने गिरावट का संकेत देती है। इस दौरान ओला की निकटतम प्रतिस्पर्धी कंपनी टीवीएस मोटर की लगातार पांच महीने से और बजाज ऑटो की लगातार तीन महीने से बाजार की हिस्सेदारी में इजाफा हुआ है। ओला कंपनी ने अक्सर बाजार की तुलना में कम कीमतों पर अपने ई-स्कूटर बेचे हैं। अब इसके स्कूटर्स की बिक्री में गिरावट कंपनी के वित्तीय परिणामों के लिए एक चुनौती बन गई है। कंपनी अब तक मुनाफा नहीं कमा सकी है। विश्लेषकों का मानना है कि ओला की बढ़त को प्रतिस्पर्धियों की तरफ से नए मॉडल लॉन्च करने से नुकसान उठाना पड़ रहा है। साथ ही कंपनी के कमजोर सर्विस नेटवर्क की वजह से स्कूटर्स की मरम्मत पेंडिंग है और यह भी कंपनी की साख को नुकसान पहुंचा रही है। बजाज और टीवीएस ने अपने डीलरशिप नेटवर्क के विस्तार से ओला को चुनौती दी है। एलारा कैपिटल के मुताबिक बजाज ने पिछले साल अपने चेतक ई-स्कूटर्स के लिए डीलरशिप की संख्या 100 से बढ़ाकर जून तक 500 कर दी थी, जबकि ओला की डीलरशिप संख्या 750 से केवल 800 तक बढ़ी है। पिछले महीने एक शख्स को हाल ही में खरीदे गए ई-स्कूटर की खराब सेवा से असंतुष्ट होकर कर्नाटक राज्य में एक ओला शोरूम में आग लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। विश्लेषकों ने पिछले महीने एक नोट में कहा था कि ओला की बाजार हिस्सेदारी को बनाए रखने में सर्विस कंपनी की बड़ा रोल होगा।