
गुवाहाटी। मंगलवार को मेगा बिजनेस शिखर सम्मेलन एडवांटेज असम 2.0 के शुरू होने पर, खनन प्रमुख वेदांता समूह ‘ के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने विभिन्न क्षेत्रों में निवेश लाने का श्रेय मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को दिया । अग्रवाल ने सम्मेलन से इतर संवाददाताओं से कहा कि असम के मुख्यमंत्री हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं । वह प्रौद्योगिकी, सेमीकंडक्टर, नवीकरणीय ऊर्जा, तेल एवं गैस तथा रिफाइनरियों में आगे बढ़ रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि यह असम का समय है। उन्होंने पूर्वोत्तर में व्यापार के माहौल को सुंदर बताया। उन्होंने सरकार और स्थानीय लोगों द्वारा दिए जा रहे सहयोग का भी उल्लेख किया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं इस व्यवसाय को समझता हूं। हम भारत में निजी क्षेत्र में तेल और गैस के एकमात्र उत्पादक हैं। यह बहुत जोखिम भरा व्यवसाय है, लेकिन हमने तय किया है कि हम आगे बढ़ेंगे। एक बार जब आप तेल उत्पादन शुरू कर देते हैं, तो डाउनस्ट्रीम में बहुत से उद्यमी उद्योग स्थापित कर सकते हैं । हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। मेरा मानना है कि आज के समय में, असम के पास एक बहुत अच्छा बेसिन है, जिसमें बहुत सारे अन्वेषण अभियान हो सकते हैं… हम अपने दम पर तेल उत्पादन कर सकते हैं। असम ऐसा कर सकता है। शिखर सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने असम की प्रगति के प्रति अपनी कंपनी की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने असम की रणनीतिक स्थिति, निवेश समर्थक नीतियों और बढ़ते बुनियादी ढांचे को भारत के विकास को बढ़ावा देने वाले प्रमुख कारकों के रूप में उजागर किया। असम को एक आकर्षक निवेश गंतव्य बताते हुए उन्होंने राज्य के दीर्घकालिक, सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए अपनी कंपनी की प्रतिबद्धता व्यक्त की । अग्रवाल ने कहा कि असम में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में हैं और इसमें दुनिया का मेगा बेसिन बनने की क्षमता है। हम असम के सतत विकास और वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि 50,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के साथ, हम असम से प्रतिदिन 100,000 बैरल तेल और गैस का उत्पादन करेंगे जिससे यह एक प्रमुख हाइड्रोकार्बन केंद्र बन जाएगा, साथ ही 1 लाख युवाओं के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
