गुवाहाटी। राज्य के उद्योग, वाणिज्य और सार्वजनिक उद्यम एंटरप्राइजेज मंत्री बिमल बोरा ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि राज्य के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। बोरा ने बताया कि असम के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक रीढ़ के रूप में कार्य करने वाले एमएसएमई क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि और विकास हुआ है। मंत्री ने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए कुल 122.45 करोड़ रुपए की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिसका उद्देश्य राज्य के विभिन्न जिलों में औद्योगिक परिदृश्य को बढ़ाना है। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट एक्स पर मंत्री ने कहा कि एचसीएम डॉ. एटदरेट हिमंत विश्व डांगोरिया के दूरदर्शी नेतृत्व में, असम में एमएसएमई क्षेत्र, जो राज्य की महत्वपूर्ण आर्थिक रीढ़ है, और भी अधिक मजबूत होकर उभरा है तथा अभूतपूर्व और तीव्र विकास पथ पर अग्रसर है। पहलों में, 12.07 करोड़ रुपए के निवेश से बरपेटा के बहरी के चेंगा में एक नया औद्योगिक एस्टेट विकसित किया जाना है। इसके अतिरिक्त विश्वनाथ चारियाली के धेमाजीबाड़ी में एक नया औद्योगिक एस्टेट स्थापित करने के लिए 31.54 करोड़ रुपए का महत्वपूर्ण आवंटन किया गया है। अन्य उल्लेखनीय परियोजनाओं में सिलापाथर में एकीकृत अवसंरचना विकास केंद्र (आईआईडीसी) का उन्नयन शामिल है, जिसके लिए 11.75 करोड़ रुपए प्राप्त होंगे, और करीमगंज के मैजग्राम में एक नए औद्योगिक एस्टेट का विकास, जिसके लिए 13.30 करोड़ रुपए का वित्त पोषण किया जाएगा। इसके अलावा, जोरहाट के तीताबोर में आईआईडीसी के उन्नयन की योजना 10.82 करोड़ रुपए के बजट से बनाई गई है। शोणितपुर के दिघालीचापरी में एक और नए औद्योगिक एस्टेट का विकास भी चल रहा है, जिसमें 18.85 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। इस बीच, सरकार मंजा में मौजूदा परिसर के भीतर बुनियादी ढांचे के विकास और उन्नयन पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसके लिए 10 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, साथ ही धनुभंगा, रंगजुली, ग्वालपाड़ा में एक नए औद्योगिक एस्टेट के लिए 14.30 करोड़ रुपए का वित्त पोषण किया जा रहा है।