गाजा पट्टी । इजरायल और हमास के बीच युद्ध का आज 24वां दिन है, दोनों तरफ से हुई हजारों मौतों हुई हैं। इस बीच इजरायली सैनिक सोमवार (30 अक्तूबर) को उत्तरी और मध्य गाजा में अंदर तक घुस गए और जमीनी हमले किए। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र और चिकित्सा कर्मचारियों ने इजरायल को चेतावनी दी थी कि उसकी तरफ से हवाई हमले उन अस्पतालों के पास हो रहे हैं जहां हजारों फलस्तीनियों ने हजारों घायलों के | साथ आश्रय मांगा है। खबरों के मुताबिक, सेंट्रल गाजा में एक इजरायली टैंक और बुलडोजर को क्षेत्र के मुख्य उत्तर-दक्षिण हाईवे को बाधित करते हुए दिखाया गया है । इस हाईवे का इस्तेमाल | फलस्तीन के आम नागरिक हमलों से बचने के लिए कर रहे थे। यह पूछे जाने पर कि क्या सेनाएं सड़कों पर तैनात हैं, इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हमने अपने हमलों को आगे बढ़ाया है, लेकिन सेना की वर्तमान तैनाती पर टिप्पणी नहीं करेंगे। वहीं, इजरायल ने गाजा शहर के दोनों किनारों और उत्तरी गाजा के आसपास के इलाकों में सेना की तैनाती की है । प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसको हमास द्वारा 7 अक्तूबर को इजरायल में क्रूर हमले के बाद शुरू हुए युद्ध का दूसरा चरण कहा है। इसके बीच घने रिहायशी इलाकों में इजरायली सेना और फलस्तीनी आतंकवादियों के बीच युद्ध में दोनों पक्षों में मरने वालों और घायलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बता दें कि उत्तरी गाजा में हजारों की संख्या में फलस्तीनी रहते हैं। उत्तर-दक्षिण हाईवे के बंद होने से इजरायल आसानी से बिना रोक-टोक के उत्तरी गाजा में हमला कर सकता है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, लगभग 117,000 विस्थापित लोग उत्तरी गाजा के अस्पतालों में हजारों मरीजों और कर्मचारियों के साथ रह रहे हैं। विस्थापित लोगों को उम्मीद है कि वो यहां सुरक्षित रहेंगे। मगर, इधर ऐसी भी खबरें सामने आई हैं कि इजरायल ने जिन क्षेत्रों को सुरक्षित बताया था, उसने वहां भी बमबारी की है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, फलस्तीन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 8,000 से ज्यादा हो गई है। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। वहीं, गाजा में 14 लाख से ज्यादा लोग अपना घर छोड़कर विस्थापित हो गए हैं, जबकि, हमास के हमले में 1,400 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हुई है।