ईसाई मिशनरी धर्मांतरण के उद्देश्य से आईं, जबकि सेवा भारती का उद्देश्य निःस्वार्थ सेवा : मंत्री सिंघल

गुवाहाटी (हिंस)। असम के स्वास्थ्य मंत्री अशोक सिंघल ने कहा कि भारत में ईसाई मिशनरी धर्मांतरण के उद्देश्य से सेवा कार्यों की आड़ में आई थीं, जबकि सेवा भारती सच्चे अर्थों में निःस्वार्थ सेवा कार्यों में लगी है। मंत्री ने सेवा भारती पूर्वोत्तर द्वारा संचालित मॉबाइल मेडिकल वैन के लोकार्पण समारोह में यह बात कहीं। गुवाहाटी के हेंगराबाड़ी स्थित सुदर्शनालय प्रांगण में सिग्मा स्पाइस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के अनुदान से सेवा भारती की इस मेडिकल वैन का लोकार्पण किया गया। अशोक सिंघल ने कहा कि सेवा भारती ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में लोगों के कल्याण के लिए कई प्रकार की योजनाएं चला रही है, जिससे हजारों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। मंत्री सिंघल ने भारतीय परंपरागत चिकित्सा प्रणाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि लोगों को पहले से निरोगी रहने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने बाबा रामदेव और श्री श्री रविशंकर द्वारा योग और आयुर्वेद के माध्यम से स्वास्थ्य सुधार में योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि लोगों को अपने स्वास्थ्य की देखभाल करनी चाहिए और रोगों से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए । उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिमी देशों के खानपान की आदतें अपनाने के बजाय भारतीय परंपरागत शाकाहारी भोजन और योगाभ्यास पर जोर दिया जाना चाहिए। कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र सह-सेवा प्रमुख सुरेंद्र तालखेड़कर, सेवा भारती पूर्वोत्तर के महासचिव रिजु दत्त, और सिग्मा स्पाइस इंडस्ट्रीज के निदेशक गौतम घोष ने भी संबोधित किया। सेवा भारती के अध्यक्ष रमन शर्मा ने बताया कि यह मॉबाइल मेडिकल वैन एक मिनी अस्पताल के रूप में काम करेगा। इसमें डॉक्टर, नर्स, लैब तकनीशियन, और अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान फरवरी में होने वाली सात दिवसीय 22वीं धन्वंतरि सेवा यात्राके स्वागत समिति के अध्यक्ष बजरंग लोहिया और सचिव डॉ. विजय डेका को सेवा भारती की ओर से सम्मानित किया गया।

ईसाई मिशनरी धर्मांतरण के उद्देश्य से आईं, जबकि सेवा भारती का उद्देश्य निःस्वार्थ सेवा : मंत्री सिंघल
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