
कोलकाता। देश में इन दिनों वक्फ की संपत्ति को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस- ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के एक नेता ने नई बहस छेड़ दी है। पश्चिम बंगाल के एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष इमरान सोलंकी ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कोलकाता के ईडन गार्डन्स को वक्फ की संपत्ति बताया है। उन्होंने कहा है कि ईडन गार्डन्स की जमीन वक्फ की जमीन है। नेता ने ये भी दावा किया कि राज्य सरकार ईडन गार्डन्स को किराया देती है। ईडन गार्डन्स देश के सबसे पुराने औप बड़े स्टेडियमों में से एक है। वहीं इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता और पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम का बयान सामने आया है। उन्होंने एआईएमआईएम एक नेता इमरान सोलंकी पर निशाना साधते हुए उनके बयान को बेतुका करार दिया है। हकीम ने कहा कि एआईएमआईएम बंगाल की एक पार्टी है, जिसका राज्य में कोई महत्व नहीं है और जिस पार्टी का कोई आधार नहीं है, वह बेतुका दावा कर रही है। उन्होंने कहा कि ईडन गार्डन्स को वक्फ की संपत्ति बताना सरासर गलत है। यही नहीं मंत्री ने एआईएमआईएम को भाजपा की बी टीम बताया। उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम ने दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए वोट काटे, बिहार में इसने वोट काटे हैं। यह स्वीकार्य नहीं है। टीएमसी नेता ने कहा कि पार्टी सिर्फ भाजपा के लिए काम करती है और दूसरी पार्टियों के वोट काटने के लिए चुनाव में खड़ी होती है। इमरान सोलंकी की बात करें तो उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा वक्फ की जमीन है। उन्होंने दावा कि 8000 वक्फ की जमीन पर अतिक्रमण किया गया है, इन्हें जमीनों में ईडन गार्डन की जमीन भी शामिल है। कोलकाता की पार्क स्ट्रीट में भी उन्होंने वक्फ की 105 प्रॉपर्टी होने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कोलकाता में 2,595 एकड़ जमीन वक्फ की है। नेता ने फोर्ट विलियम को भी वक्फ की जमीन बताया। उन्होंने कहा कि बंगाल में वक्फ बोर्ड के लोग सरकार से मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि वक्फ की जमीन के लिए अब उनकी पार्टी आवाज उठाएगी और काम भी होगा। हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं जब किसी जगह को वक्फ की संपत्ति बताया गया है। ईडन गार्डन स्टेडियम से पहले दिल्ली एयरपोर्ट और महाकुंभ की 55 बीघा जमीन पर भी दावा किया गया था कि ये वक्फ की जमीन है, जिसको लेकर काफी बवाल मचा था ।
