गुवाहाटी। असम पुलिस ने रविवार को कहा कि उन्होंने यूट्यूबर और गायक अल्ताफ हुसैन को गिरफ्तार किया है, जो बिहू गीतों के अपने विवादास्पद संस्करण के लिए जाने जाते हैं। उन पर अपने गीत के माध्यम से राज्य के जातीय समुदायों के खिलाफ कथित रूप से शत्रुता भड़काने का आरोप है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट इस गाने पर गहरी नाराजगी जताई थी और लोगों को असमिया समुदाय के सामाजिक मानदंडों का पालन करने की चेतावनी दी थी। शर्मा ने कहा कि जब तक हमारा समाज जीवित है, हम सम्मान के साथ रहेंगे। हम अपनी गरिमा पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री ने सद्भाव बनाए रखने के महत्व पर भी प्रकाश डाला तथा परंपराओं के संरक्षण तथा परिवर्तन के साथ तालमेल बिठाने के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्रसारण में जोर देते हुए कहा कि समाज में अच्छी तरह से एकीकृत होने के लिए, किसी को इसकी मूल विशेषताओं का सम्मान करना चाहिए। अगर कोई हमारी सभ्यता, परंपराओं या सांस्कृतिक प्रथाओं को इस तरह से बढ़ावा देता है जो हमारे मानदंडों से अलग है, तो इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। उदाहरण के लिए, अगर बिहू को मिया बिहू में बदल दिया जाए, तो इसे असमिया लोग स्वीकार नहीं करेंगे। अल्ताफ हुसैन के बोल बांग्लादेशी विरोध गीत देश टा तोमार बापेर नाकी (क्या देश का मालिक तुम्हारा बाप है?) से मिलते जुलते हैं। मध्य असम के नगांव में अल्पसंख्यक समुदाय की 10वीं कक्षा की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद मियास के खिलाफ विरोध के बीच वायरल गाने ने जातीय समूहों की आलोचना को आकर्षित किया है। हालांकि, गीत में सांप्रदायिक सद्भाव का भी आह्वान किया गया है, असम को एकता के इतिहास वाली भूमि बताया गया है तथा सभी धर्मों के लोगों से राज्य की समृद्धि के लिए मिलकर काम करने की अपील की गई है।