अररिया (हिंस)| केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह आज हिंदू स्वाभिमान यात्रा के क्रम में अररिया पहुंचे । यहां उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अररिया सीमांचल ही नहीं देश में रोहिंग्या और बांग्लादेशी भरे पड़े हैं। इन लोगों ने भारत को धर्मशाला बनाकर रख दिया गया है, जो कतई नहीं होगा। रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की संख्या के कारण हालात ऐसे हो गए हैं कि सीमांचल के कई ब्लॉक में हिंदुओं की संख्या सिमट कर रह गई है। डर से हिंदू बहु बेटी सिंदूर नहीं करती और हिंदू मर्द ने अपने और परिवार के अस्मत के रक्षा को लेकर वेशभूषा बदलने को विवश है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल, यह कब तक। गिरिराज सिंह ने कहा कि अररिया के हालात तो एनआरसी लागू किए जाने वाली है। अभी नहीं चेतोगे तो अररिया दूसरा कश्मीर होगा । नेपाल बॉर्डर के नोमेंस लैंड पर बांग्लादेशी घुसपैठियों ने कब्जा कर रखा है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और कश्मीर को पूरी दुनिया ने देखा। आज तक हमलोगों ने ताजिया पर एक पत्थर नहीं फेंका, लेकिन धर्म के रक्षा के लिए हिंसा और हिंसक होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि 1951 से अबतक हिंदुओं की जनसंख्या तेजी से घटी है। किशनगंज के बाद अररिया दूसरा जिला जहां हिंदुओं का प्रतिशत घटा है। उन्होंने मंच से बांग्लादेशी को जमीन नहीं देने की कसम खिलवाया। उन्होंने कहा कि स्वाभिमान यात्रा से बहुत लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। ओवेशी मुसलमानों के एकजुटता की बात करते हैं तो वह सेक्युलरिज्म और हम हिंदुओं की एकजुटता की बात करे तो दंगाई । सवाल खड़ा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने ओबेसी से सांप्रदायिक तनाव नहीं होता है और मेरे कार्यक्रम को लेकर प्रशासन की ओर से हिंदुओं की गली होकर प्रोग्राम बनाया गया, ऐसा क्यों। उन्होंने ललकारते हुए कहा कि यह धरती किसी के बाप की नहीं है। सभा को दीपांकरजी महाराज, सांसद प्रदीप कुमार सिंह आदि ने भी संबोधित किया। इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह खड़ेश्वरी काली मंदिर में पूजा अर्चना किया। जिसके बाद परिसर में ही हवन कार्यक्रम में भाग लेकर जुलूस की शक्ल में बस स्टैंड स्थित सभा स्थल पहुंचे। इस दौरान उनके साथ हजारों लोग काली मंदिर से सभा स्थल तक पैदल पहुंचे। केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह, दीपांकरजी महाराज और स्थानीय सांसद प्रदीप कुमार सिंह के साथ हिंदू स्वाभिमान रथ पर सवार थे।