अजमल, कांग्रेस के शरीर में भसानी सादुल्ला का खून : भाजपा
गुवाहाटी (हिंस)। मौलाना भसानी और सर सैयद सादुल्ला सहित असमिया विरोधी राजनीतिक ताकतें, जो मोहम्मद अली जिन्ना की मुस्लिम लीग के साथ मिलकर असम तथा असमिया के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक अस्तित्व को हमेशा के लिए नष्ट करने की गहरी साजिश में शामिल थे। दरअसल बदरुद्दीन अजमल के विचारों और कार्यों में अभी भी जिन्ना के जीन मौजूद हैं। अजमल के ऐसे विचार और चरित्र को असम का समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा। सादुल्ला और भसानी ने 1940 से पहले यही बात कही थी। स्वतंत्रता के बाद भारत में मुस्लिम लीग के सादुल्लाह का कांग्रेस पार्टी में स्वागत किया गया और उन्हें नेता बनाया गया । इसी तरह, भसानी पूर्वी पाकिस्तान के नेता बने । यह बातें आज प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता रंजीब शर्मा ने एक बयान में कही है। शर्मा ने अपने बयान में कहा कि राज्य के मूल निवासियों ने असम को नष्ट करने की चाहत रखने वाले राजनीतिक आंदोलन के ध्वजवाहक बदरुद्दीन अजमल को खारिज कर दिया है। इसलिए, पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी दक्षिण और उत्तर असम में तीन सीटों पर ही सिमट कर रह गई है । इसी तरह, दक्षिण और मध्य असम में, कांग्रेस और अजमल मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्रों तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अजमल पहाड़ी और मैदानी इलाकों के आदिवासी इलाकों में मौजूद नहीं हो सकती हैं। शर्मा के मुताबिक अजमल लगातार कांग्रेस की मदद से असम में मुसलमानों का प्रभुत्व बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए पिछले विधानसभा चुनाव में अजमल और कांग्रेस के बीच दाढ़ी, टोपी और लुंगी की सरकार बनाने की चुनावी डील हुई थी । लेकिन, दोनों पार्टियां गुप्त व अघोषित समझौते के जरिए मूलवासियों को उनके अधिकार से वंचित करने की गहरी साजिश में लगी हुई हैं।